जय हिन्द ! जैसा कि सबको मालूम है हिंदुस्तान का नेतृत्व देश के लोगों को देशी विदेशी नीतियों और लक्छ्यो को स्पष्ट करने में नाकाम दिख रहा हैं | जिसका असर सामाजिक आर्थिक वा राजनीतिक सोच में पड़ रहा है | वर्तमान बीजेपी सरकार के कार्यकाल में बहुत प्रकार के दवाब नौकरशाही व अन्य प्रसाशनिक वयवस्थाओ के प्रमुखों में देखने को मिली है | देश की मीडिया तंत्र जिस प्रकार से सरकार की भाषा तोते की तरह बोल रहा है वो आश्चर्यजनक है | सरकार से प्रश्न न पूछ पाना और सरकार की विफलताओं के बारे में जनताजनार्दन को सही सूचना नहीं दे पाना ये दर्शा रहा है की आज का स्वतन्त्र मीडिया परतंत्र हो चला है उसमे वो धार जो २०१४ से पहले कांग्रेस सरकार के खिलाफ देखने को मिलती थी वो अब दूर तक नज़र नहीं आ रही है जो एक कमजोर मीडिया के लक्छ्ण है ऐसी मीडिया से देश की जनता को कोई सही जानकारी नहीं मिल सकती |
देश की मीड़िया को स्वतंत्र रूप से अपनी बात जन तक पहुचानी चाहिए जिससे देश को मालूम पड़े की देश आज किस आभाव से गुज़र रहा है |
देश की मीड़िया को स्वतंत्र रूप से अपनी बात जन तक पहुचानी चाहिए जिससे देश को मालूम पड़े की देश आज किस आभाव से गुज़र रहा है |
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