Wednesday 29 May 2019

Indian Election Media and EVM frauds gives huge unbelievable gains to ruling party with shady Election Commission role

जय हिन्द !
                   कांग्रेस की सारी मेहनत पर पानी फेरने वाला सदी का सबसे बड़ा फ्रॉड  evm मशीन के द्वारा हुआ जिसमे कांग्रेस को केवल इतनी सीटे मिली जिससे आने वाले चुनावो पर बीजेपी फिर से कोंग्रेस को गाली गलोच  कर देश की जनता को उल्लू बना सके अन्यथा  EVM  के फ्रॉड से कांग्रेस का इन चुनावो में सफाया हो जाता |  इलेक्शन  कमीशन का रोले बेहद ख़राब रहा जिससे देश के विभिन क्षेत्रों में E V M  के खिलाफ प्रदर्शन शरू हो गए है यहाँ तक की भारत भारत  बंद का आयोजन किया जा रहा है  जहां तक देश की मीडिया की बात की जाये वो सरकारी पिंजरे का तोता बन गया है और घास के रूप में धन खाता है | 

आज लोकतंत्र को  वोटिंग मशीन में बंद कर दिया गया है  जनता के वोटो का क्या  अंजाम होगा ये केवल इलेक्शन कमिशन और रूलिंग पार्टी तय करेगी इन मशीनो  ने देश के लोकतंत्र में संकट पैदा कर दिया है जिसकी भरपाई केवल बैलट पेपर से वोटिंग करा कर ही हो सकती है |

 देश की जनता क्या  ऐसी पार्टी को वोट कर सकती है जिसने पांच वर्षो में केवल देश की जनता को जम कर परेशान किया हो ये सोचने की बात है  बैलट  पेपर से चुनाव सबसे जायदा विस्वसनीय है जिससे तुरंत मानना चाहिए

Saturday 11 May 2019

.India prime institutions are showing favor to respond according to law for certain abuses done by leaders not heard before is dangerous for DEMOCRACY

जय हिन्द !  देश की जनता को  अब यह भलीभांति पत्ता चल गया होगा की देश का कानून कुछ नेताओ और लोगो के लिए कुछ कहता और करता है और अन्य के लिए कुछ ओर ही तरह से देखता और सजा देता है |  आज देश में इस प्रकार की स्थिति क्यों आ गयी है की सत्तारूढ़ पार्टी का  व्यव्हार  बहुत ही गाली गलोच वाला हो गया है  और ऐसा लगता ही की वो अपनी हार मानने को तैयार नहीं होंगे जो काफी नासमझी की और इशारा करता है और देश के ऊपर खतरे का संकेत देता है |  

इन चुनावो में देखा गया है की  सत्तारूढ़ दल पहली बार जनता को ये बताने में असमर्थ रहा की उसने देश के लिए क्या किया और आगे के लिए जनता उसे किस के लिए वोट दे। .. देशवासियो को केवल  राष्ट्रवाद का एक पहलु बताने की कोशिश हुई जिस कारण  बहुत से विषय  जिनसे किसानो मजदूरो जवानो युवाओ की समस्याओ के  बारे में देश को पत्ता चलता नहीं हो पाया |  

कांग्रेस ने अपना मैनिफेस्टो काफी हद तक देश की जरूरतों के अनुसार बनाया है जो वाक्य में सहारनिए  माना  जायेगा 


Thursday 2 May 2019

India is facing crisis of true Nationalism with people oriented program

जय हिन्द !  कितनी बार ये बताना पड़ेगा की देश जिन्दा है केवल जनता के लगातार देश के लिए सोचने की शक्ति से न कि  इस लिए जो आज की सरकार के नेता मीडिया के माध्यम से रोज जनता को पिला रहे है...  ऐसी देशभक्ति शायद ही किसी ने सुनी हो जो केवल हवा में हो जमीन में नहीं |  देश के लोगो को ये मालूम नहीं चल रहा की उनका काम देशभक्ति में आता है की नहीं या ये उन्हें बीजेपी नेताओ से सीखना होगा की जो कुछ १९४७ से पहले देश के नेताओ ने देश के लिए किया था वो किस श्रेणी में आएगा देशद्रोही या देश भक्ति या फिर इसे इस तरह भी समझ सकते है के देश को स्वतंत्र करने का पावन कार्य को किया कहा जाये | 

बड़ी विचित्र बात है की वर्तमान चुनाव में  केवल राष्ट्रवाद को बीजेपी के नेतृत्व ने काफी छोटा कर दिया है  राष्ट्रवाद का अर्थ ही देश के काम करने के व्यव्हार से जुड़ा हुआ है देश के समाज के सोचने से जुड़ा हुआ है देश के लिए जो वर्ग समुदाय जान की बाज़ी लगा देते है उनके गाथाओ से जुड़ा हुआ है |  देश के हज़ारो कामो को करने से देश की जो संस्कृति बनती है वो जमीनी राष्ट्रवाद है  लेकिन वोट बटोरने वाले नेताओ के लिए केवल सैनिक की शहीदी राष्ट्रवाद है ऐसे राष्ट्रवाद की छोटी परिभाषा देश को देश के लोगो को और देश के नेताओ को काफी छोटा बनना देती है

मीडिया के चापलूस और सरकारी तोता होने की वजह से देशभक्ति की छोटी कहानी रोज जनता को पिलाने  की  कोशिश हो रही है इस बड़ी लड़ाई में देश जीतेगा और देशभक्ति को छोटे रूप में  बताने वाले हारेंगे